हिन्द अखंडित देशभक्ति का आओ हम संकल्प करें।। हिन्द अखंडित देशभक्ति का आओ हम संकल्प करें।।
इस बसंत की हर सुबह भरे नया उल्लास, बालू से तपते दिलों में फैले बासंती हास। इस बसंत की हर सुबह भरे नया उल्लास, बालू से तपते दिलों में फैले बासंती हास।
तो भविष्य में पड़ेगा हमारी आने वाली पीढ़ी को पछताना। तो भविष्य में पड़ेगा हमारी आने वाली पीढ़ी को पछताना।
सिर्फ यादों को तराशने वाला यह दिल भी पानी की लहर की तरह है। सिर्फ यादों को तराशने वाला यह दिल भी पानी की लहर की तरह है।
आकर मुझे ले जाओ ना माँ तुम छुपी किधर मैं ढूंढ़ती यहाँ वहाँ। आकर मुझे ले जाओ ना माँ तुम छुपी किधर मैं ढूंढ़ती यहाँ वहाँ।
दीबा है मेरा नाम मेरे रुप कई हैं हूँ धूप कहीँ और कहीँ सावन की झड़ी हूँ दीबा है मेरा नाम मेरे रुप कई हैं हूँ धूप कहीँ और कहीँ सावन की झड़ी ...